हर्बिनजर टुडे डेस्क। साईं इंटरनेशनल रेज़िडेंशियल स्कूल (SIRS) ने ‘उड़ान @100 – इंडिया राइजिंग’ थीम के तहत अपना ८वां फाउंडर्स डे उत्साहपूर्वक मनाया। यह आयोजन भारत की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने की ओर 2047 तक की यात्रा का उत्सव था, जिसे दिसंबर 2025 के अंत में आयोजित किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम में विद्यालय की समग्र शिक्षा, अनुशासन और सर्वांगीण विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाया गया। खेल, संस्कृति, रचनात्मकता और शैक्षणिक उत्कृष्टता को एकीकृत करते हुए आयोजित गतिविधियाँ संस्थापक डॉ. बिजया कुमार साहू के दूरदर्शी विचारों को प्रतिबिंबित करती रहीं।
फाउंडर्स डे समारोह की शुरुआत सुबह साईं इंटरनेशनल स्टेडियम में वार्षिक खेल दिवस से हुई। इसमें ऊर्जावान ड्रिल्स, कैलिस्थेनिक्स प्रदर्शन तथा ट्रैक एंड फील्ड प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिनमें विद्यार्थियों की टीम भावना, सहनशक्ति और खेल भावना स्पष्ट रूप से देखने को मिली। सुव्यवस्थित खेल आयोजनों ने इस विश्वास को और मजबूत किया कि शारीरिक शिक्षा आत्मविश्वासी, सशक्त और भविष्य के लिए तैयार व्यक्तित्व के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ओडिशा सरकार के महाधिवक्ता पीतांबर आचार्य उपस्थित रहे। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में मूल्य-आधारित शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “जब मैं अपने कॉलेज जीवन को याद करता हूँ, तो उस समय की सीख और अनुभव आज भी मुझे प्रेरित करते हैं। उपलब्धियों और सफलता से परे, अंततः आपकी भलाई ही याद रखी जाती है। ज्ञान वास्तव में शक्तिशाली होता है, यह व्यक्ति को सशक्त और शुद्ध करता है। महात्मा गांधी के आदर्श हमें याद दिलाते हैं कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि मूल्यों, चरित्र और अंतरात्मा का निर्माण करना भी है।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा भाषा प्रदर्शनी और प्रोजेक्ट डिस्प्ले भी प्रस्तुत किए गए, जिनसे उनकी रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच और नवाचार की झलक मिली। इन प्रस्तुतियों ने SIRS में प्रोत्साहित किए जाने वाले अनुभवात्मक शिक्षण और वैश्विक दृष्टिकोण को रेखांकित किया।
शाम का मुख्य आकर्षण छात्रों द्वारा प्रस्तुत भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘उड़ान @100 – इंडिया राइजिंग’ रहा। यह फाउंडर्स प्ले भारत की दृढ़ता और प्रगति की प्रेरणादायक यात्रा को दर्शाता है, जो देश के स्वतंत्रता के सौ वर्ष पूरे होने की दिशा में अग्रसर है। दृश्यात्मक रूप से आकर्षक और भावनात्मक प्रस्तुति ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए साईं इंटरनेशनल एजुकेशन ग्रुप की चेयरपर्सन डॉ. शिल्पी साहू ने कहा, “फाउंडर्स डे आत्ममंथन और कृतज्ञता का अवसर है, जब हम डॉ. बिजया कुमार साहू के दूरदर्शी आदर्शों को स्मरण करते हैं, जिनकी समग्र शिक्षा की सोच आज भी हमारा मार्गदर्शन करती है। साईं इंटरनेशनल में हमारा प्रयास अकादमिक, खेल, मूल्य और रचनात्मकता को एक साथ जोड़कर सर्वांगीण व्यक्तित्व का निर्माण करना है, ताकि हमारे छात्र संवेदनशील इंसान, आत्मविश्वासी नेता और जिम्मेदार वैश्विक नागरिक बन सकें।
फाउंडर्स डे समारोह गर्व और आभार के भाव के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन ने एक बार फिर साईं इंटरनेशनल की उस शिक्षा दर्शन को सुदृढ़ किया, जो अकादमिक, खेल, संस्कृति और मूल्यों के संतुलित समन्वय के माध्यम से उत्कृष्टता को पोषित करता है और जीवन को सकारात्मक रूप से परिवर्तित करने वाली शिक्षा की संस्थापक की परिकल्पना के प्रति सच्चा बना रहता है।
