
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी इलाके की शंकर विहार कॉलोनी में शुक्रवार को घरेलू विवाद के चलते एक युवक ने पत्नी की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी की हत्या करने के बाद वह दो घंटे तक शव के साथ बैठा रहा। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।
मूलरूप से एटा के ग्राम गदूरी थाना निघौली का रहने वाला 30 वर्षीय श्याम गोस्वामी अपनी पत्नी प्रिया गोस्वामी के साथ करीब 3 साल से लोनी के अंकुर विहार थाना क्षेत्र की शंकर विहार कॉलोनी में रह रहा था। वह स्टेरिंग कवर का काम करता था। वहीं, उसकी पत्नी प्रिया पिछले छह माह से नोएडा की एक कंपनी में नौकरी करती थी और वहीं रहती थी। कभी-कभी वह पति से मिलने लोनी आती थी। श्याम गोस्वामी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसको लेकर उन दोनों के बीच विवाद होता था और आए दिन झगड़ा होता था। बताया जा रहा है कि कई दिनों से श्याम अपने गांव गया हुआ था।
प्रिया बुधवार को अपनी ननद के घर करावलनगर, दिल्ली आई थी। ननद ने श्याम को फोन कर लोनी बुला लिया। गुरुवार शाम प्रिया पति के पास लोनी आई थी। दोनों के बीच फिर से विवाद हुआ। इसके बाद शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे श्याम ने दुपट्टे से पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसी दुपट्टे से छत में लगे हुक से लटककर आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने से पहले उसने पत्नी की लाश के साथ सेल्फी भी ली थी। पत्नी की हत्या करने के बाद श्याम दोपहर करीब 1 बजे तक शव के पास बैठा रहा। इसी दौरान उसने वॉट्सऐप पर मृत पत्नी के फोटो उसके रिश्तेदारों को भेजे। इसके बाद उसका छोटा भाई प्रवीण घर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। वह पड़ोसी से सीढ़ी लेकर घर के अंदर पहुंचा तो भाई और भाभी के शव देख उसके होश उड़ गए।
छोटे भाई ने पुलिस को बताया
छोटे भाई प्रवीण ने ही पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। इसके बाद दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में घरेलू विवाद की बात सामने आ रही है। मामले की जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
श्याम गोस्वामी मूल रूप से एटा के रहना वाला था। उसकी एक 6 वर्षीय बेटी काजल है। वह दादा-दादी के पास गांव में रहती है। पिछले छह महीने से पति, पत्नी और बेटी तीनों अलग-अलग रह रहे थे। हालांकि, बीच-बीच में परिवार मिलता रहता था।
चरित्र पर करता था शक
श्याम को शक था कि प्रिया किसी और युवक के साथ रह रही थी। इसको लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था। रिश्तेदारों ने भी दोनों के विवाद को कई बार सुलझाने का प्रयास किया। आखिरी बार भी बहन ने ही एटा से भाई श्याम को बुलाकर भाभी से गिले-शिकवे दूर करने का प्रयास किया था।
नौकरी छोड़ने को कहा था
एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा का कहना है कि पत्नी की हत्या करने के बाद श्याम करीब दो घंटे तक शव के पास बैठा रहा। इसके बाद उसने भी आत्महत्या कर ली। एसीपी का कहना है कि श्याम अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था और उसे नौकरी करने से मना करता था, लेकिन वह नौकरी छोड़ने को तैयार नहीं थी। इससे श्याम उससे नाराज रहता था।