
हर्बिनजर टुडे डेस्क। थराली में विगत 22 अगस्त को बादल फटने की घटना ने चारों ओर जमकर कहर बरपाया था। जिसमें थराली नगर पंचायत के वार्ड 04 में खडगोला तोक के 12 परिवारों के आवासीय भवनों को भी नुकसान पहुंचा था।तब प्रशासन ने यहां का स्थलीय निरीक्षण कर लिया था और उस दौरान यहां ज्यादा नुक्सान नहीं हुआ था।
लेकिन अब वर्तमान स्थिति में यहां बड़े स्तर पर आवासीय भवनों के नीचे से भूस्खलन होने के चलते लोगों की मकानों में मोटी-मोटी दरारें पड़ गई हैं।
गांव की दीपा पटवाल बताती हैं कि 22 अगस्त को जब पूरे थराली में बादल फटने से बड़ी तबाही हुई थी तो उनके गांव के नीचे से थोड़ा सा भूस्खलन हुआ था लेकिन अब हमारे घरों के नीचे से बहुत बड़े हिस्से में भूस्खलन होने से हमारे घरों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई है और लगातार भूस्खलन का दायरा बढते जा रहा है।
जिस कारण वे सभी लोग पास के वन विभाग के भवन में रह रहे हैं। दीपा पटवाल ने यह भी बताया कि दुबारा से भूस्खलन और उनके मकानों में दरारें पड़ने की सूचना भी प्रशासन को दी गई है। उन्होंने प्रशासन से जल्दी ही स्थलीय पुनर्निरीक्षण करने और उन्हें यहां से कहीं और सुरक्षित स्थान पर विस्थापित करने की मांग की है।
वहीं राजस्व उपनिरीक्षक रोबिट सिद्दीकी ने बताया कि खडगोला तोक का दो बार स्थलीय निरीक्षण किया जा चुका है और भूगर्भीय सर्वेक्षण भी कर आंकलन किया गया है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही नियमानुसार कार्रवाई की जानी सुनिश्चित हो सकेगी। उन्होंने बताया कि गांव में एक मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त है जिसके लिए पांच लाख रुपए का चैक प्रभावित को दे दिया गया है और बाक़ी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों का चैक भी तैयार कर रहे हैं और कहा कि अगर इस दौरान और मकानों को पूरा नुकसान होता है तो पुनः निरीक्षण कर उस पर भी नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।