
हर्बिनजर टुडे डेस्क । हिमालयी सचल महाकुंभ श्रीनंदा देवी राजजात अध्यनन यात्रा जत्था का नारायणबगड़ ब्लॉक मुख्यालय में प्रवेश करने पर लोगों ने यात्री दल का फूल-मालाओं से का स्वागत सम्मान किया।
पिछले छः सितंबर को नौटी से प्रारंभ हुई यह यात्रा क्षेत्र के उन सभी नंदा देवी राजजात यात्रा के पड़ावों से होते हुए स्थानीय लोगों से पौराणिक और ऐतिहासिक रीति-रिवाजों के महत्व के बारे में जानकारी मालूम करने के साथ ही आगामी वर्ष होने वाले हिमालयी महाकुंभ के नाम से प्रसिद्ध नंदा देवी राजजात यात्रा के पैदल रास्तों,रात्रि विश्राम पड़ावों की स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। और उनका कहना है कि इस तरह वे लोग सामाजिक अध्ययन करके इसकी रिपोर्ट सरकार को देंगे ताकि समय रहते इनमें ठीक से सुधार किए जाएं।
बताते चलें कि उत्तराखंड की अराध्य देवी मां नंदा देवी की मायके से ससुराल कैलाश के लिए दो तरह की विदाई यात्राएं पौराणिक काल से होती आ रही हैं।जिसमें अभी हाल ही में हर वर्ष आयोजित होने वाली वार्षिक लोकजात संपन्न हुई है। और हर बारह वर्षों से मां नंदा देवी राजराजेश्वरी भगवती की ससुराल कैलाश विदाई की यात्रा को राजजात के नाम से जाना जाता है जो एशिया की सबसे लंबी पैदल यात्रा है ।.जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। उत्तराखंड सरकार भी इस यात्रा को लेकर विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रही है।और इसी तरह इस नंदा देवी राजजात महाकुंभ यात्रा को सुगम और सफल बनाने के लिए स्थानीय स्तर से लेकर विभिन्न संगठन भी अपना योगदान देने के लिए लगातार आगे आ रहे हैं।
श्री नंदा देवी राजजात यात्रा के महामंत्री भुवन नौटियाल ने आज नारायणबगड़ पहुंचकर इन युवाओं की हौसला-अफजाई की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि इन युवाओं की छ: सितंबर से शुरू हुई यात्रा विभिन्न पड़ावों से होते हुए वाण गांव के बाद पांच बेहद निर्जन पड़ावों को पार करते हुए 25 सितंबर को रूपकुंड और होम कुण्ड में संपन्न होगी।
इस अवसर पर अध्धयन यात्रा दल के टीम लीडर अतुल चमोला,आलोक सती, गणेश नौटियाल,पंकज कुंवर,आलोक कुंवर, समाजवादी डॉ हरपाल सिंह नेगी,बिजेंद्र सिंह रावत,पूर्व कनिष्ठ उप प्रमुख दलवीर सिंह रावत,वरिष्ठ पत्रकार जयवीर सिंह मनराल,संजय कंडारी,राकेश सती, कुलदीप बिष्ट आदि मौजूद थे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा