
हर्बिनजर टुडे / चमोली डेस्क । कडा़कोट पट्टी के आराध्य देव आशादेव रौतेला भूमियाल देवता का शुक्रवार को धनदेला मंदिर में वार्षिक पूजन किया गया। इस अवसर पर भूमियाल देवता की नवनिर्मित मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई और नए अनाजों का भोग लगाया गया।
शुक्रवार को कडा़कोट पट्टी के रैंस गांव स्थित शिव मंदिर में आचार्य सुमित सती ने मंत्रोच्चार के साथ विधिविधान से भूमियाल देवता की नवनिर्मित चांदी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करते हुए हवन किया। भूमियाल देवता के पुजारी दानसिंह,अजीतसिंह रावल ने भूमियाल देवता की पूजा अर्चना करने के बाद मूर्ति को भूमियाल देवता के निषाण पर सुसज्जित किया। इस मौके पर कडा़कोट पट्टी के लोदला,बेथरा,सोल्टा,तुनेडा़, फारकोट,रैंस,चोपता, भंगोटा,कुश गाँव के लोग भूमियाल देवता के पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।
रैंस गांव में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न होने के उपरांत भूमियाल देवता एवं लाटू देवता के निषाणों ने बाजेगाजों के साथ अपने मंदिर धनदेला की ओर प्रस्थान किया।धनदेला मंदिर पहुंचने पर भूमियाल देवता की नौ गांवो की ओर से पुजारियों ने पूजा अर्चना की और नए अनाजों का भोग लगाया। ढोल दमाऊं की तालों पर भूमियाल देवता के पश्वा ने अवतरित होकर ग्रामीणों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दिया।
इस मौके पर भव्य भण्डारे का भी आयोजन किया गया था। जिसमें श्रेत्र वासियों ने बड़ी संख्या में प्रसाद ग्रहण किया।ग्रामीण सुखदेव सिंह भण्डारी,भूपेंद्र सिंह मेहरा ने बताया कि प्रति वर्ष 9 गांवों की ओर से भूमियाल देवता की पूजा अर्चना की जाती है।और आज भी इस धार्मिक अनुष्ठान में सभी गांव के लोग बड़ी श्रद्धा के साथ सम्मलित होते हैं।
इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह,रघुनाथ सिंह,महिपाल सिंह,आनंद सिंह,दर्शन सिंह, अर्जुन सिंह,संजय सिंह आदि अनुष्ठान में मौजूद रहे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा