
पंतनगर एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद जहां पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं पुलिस की तकनीकी टीम डार्क नेट से तो धमकी भरा मेल नहीं भेजा गया है, इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।पुलिस अधिकारियों के अनुसार अब तक हुई जांच में कुछ सुराग मिले हैं, जिस पर काम किया जा रहा है। इसके लिए पुलिस के साथ ही एसओजी और साइबर टीम लगी हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस टीम जल्द ही पूरे मामले का पर्दाफाश कर सकती है।
दिल्ली और उप्र के स्कूलों में बम रखने की धमकी के बाद 13 मई को पंतनगर एयरपोर्ट को भी बम से उड़ाने की धमकी मेल के जरिए दी गई थी। मामले में पुलिस ने विमानपत्तन सिविल एयरपोर्ट पंतनगर के निदेशक सुमित सक्सेना की तहरीर पर अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर लिया था, साथ ही विवेचना थानाध्यक्ष पंतनगर राजेंद्र सिंह डांगी को सौंप दी गई थी।मुकदमा दर्ज होने के बाद एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। साथ ही एसओजी और साइबर सेल भी मामले की जांच में लगी हुई है। पता लगाया जा रहा है कि धमकी भरी मेल कहां से भेजी गई है। यही नहीं पुलिस की जांच टीम इंटरनेट पर चल रही (डार्क नेट) ऐसी वेबसाइड, जिसे आमतौर पर सर्च इंजनों पर ब्राउज नहीं किया जा सकता है, से तो मेल नहीं की गई है, इस बिंदु पर भी काम कर रही है।
साथ ही कई अन्य बिंदुओं पर भी पुलिस टीम काम कर रही है। अब तक हुई जांच में कुछ शुरुआती इनपुट पुलिस टीम को मिले हैं जिन पर काम किया जा रहा है। दो-तीन दिन के भीतर पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचकर मामले का पर्दाफाश कर सकती है।पुलिस अधिकारियों के अनुसार इंटरनेट पर ऐसी कई वेबसाइट हैं। जिन्हें आमतौर पर सर्च इंजनों पर ब्राउज नहीं किया जा सकता। यह एक ऐसा नेटवर्क होता है जिस तक चुनिंदा समूहों की पहुंच होती है। इनका इस्तेमाल नशीले पदार्थों की तस्करी के साथ ही अन्य अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है।
विमानपत्तन सिविल एयरपोर्ट पंतनगर के निदेशक सुमित सक्सेना ने बताया कि पंतनगर एयरपोर्ट पर आने जाने वाले यात्रियों की सघन चेकिंग की जा रही है। सुरक्षा को देखते हुए सभी यात्रियों के सामान की भी जांच की जा रही है। एयरपोर्ट में आने वाले लोगों के वाहनों को परिसर के बाहर ही पार्क करवाया जा रहा है।