
यूपी के कानपुर नारियल पानी विक्रेता द्वारा फ्री नारियल न देने पर गाड़ी में भरकर थाने के ऊपर बने कमरे में थर्ड डिग्री देने वाली महिला सिपाही सहित 4 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। एसीपी की जांच में चारों दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद सभी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है।
ये घटना नौबस्ता थाना क्षेत्र का है। कोयलानगर शिवपुरम के रहने वाले चंद्र कुमार प्रजापति ने बताया कि वे कच्चे नारियल का काम करते हैं। नौबस्ता क्षेत्र के गोपालनगर स्थित टाटा मोटर्स, पूजा स्वीट हाउस के सामने हर दिन नारियल लदा एक ट्रक उतरता है, वहीं पर पीआरवी गाड़ी खड़ी होती है। जिनमें मौजूद दीवान रत्नेश कुमार, आनंद कुमार, सिपाही आनंद कुमार व महिला सिपाही नीतू करीब दो महीने से 4 नारियल पानी मुफ्त लेते थे। बुधवार की दोपहर भी ट्रक से नारियल उतर रहा था, इसी दौरान महिला सिपाही समेत चारों पुलिसकर्मी आए और 5 नारियल मांगे तो उसने दे दिया फिर हर रोज 1 हजार रुपये देने को कहा।
इस पर चंद्र कुमार नेअसमर्थता जताई तो चारों पुलिसकर्मी गाली गलौज करने लगे। इस पर वह मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगा। आरोप है कि वीडियो बनता देख पुलिसकर्मियों ने लात-घूसों से पिटाई कर दी। फिर सभी पीआरवी गाड़ी में भरकर पीटते हुए नौबस्ता थाने ले गए। वहां ऊपर बने कमरे में थर्ड डिग्री दी। वहां जबरन मोबाइल से वीडियो डिलीट कराए। इसके बाद सादे कागज में साइन कराते हुए दबाव बनाते हुए वीडियो बनवाया। फिर घर से 2 हजार रुपये मंगवाए फिर उसके बाद छोड़ा। जब मामले एसीपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने 112 शिखर को जांच सौंपी गई। एसीपी शिखर ने बताया कि चारों सिपाही प्राथमिक जांच में दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है, साथ ही सभी के खिलाफ प्राथमिक जांच की संस्तुति की गई है।