
हर्बिनजर टुडे डेस्क । चमोली गढ़वाल में बैशाखी के पावन पर्व पर पंती और कुलसारी में श्रेत्र के देवी-देवताओं और श्रद्धालुओं के पवित्र गंगा स्नान के साथ ही पिंडर घाटी के बैसाखी कौथीकों की शृंखलाओं का आगाज हो गया है।
सोमवार को पिंडर घाटी के सुप्रसिद्ध बैशाखी मेलों, देदाण कौथीक पंती और कुलसारी में मींगेश्वर महादेव,मालेश्वर महादेव,कौबेश्वर महादेव और असेड-सिमली से महामृत्युंजय महादेव एवं कुलसारी से बसरेश्वर महादेव की सजी-धजी डोलियों,खैनोली से नारायण भगवान,निलाडी से मां कालिंका,बैनोली व विनायक से भगवती एवं लाटू देवता और मेटा से कुंवारी देवी तथा मलियाल देवता की अगुवाई में क्षेत्र के देवी-देवताओं के प्रतीक निशानों,पश्वाओं तथा आम श्रद्धालुओं ने पवित्र पिंडर नदी के पावन तट पर गंगा स्नान किया जिसके साथ ही अब यहां पांच दिनों तक अलग-अलग गांवों में आयोजित होने वाले बैशाखी मेलों का शुभारंभ हो गया है।
सोमवार को बैशाखी के पावन पर्व पर पंती और कुलसारी में कौथिगैरों और देवी-देवताओं के भक्त हजारों की संख्या में शामिल रहे। पंती और कुलसारी में गंगा स्नान के पश्चात ढोल-दामाऊं,भंकोरों,घंटियों और देव जागरों के तालमय वातावरण में क्षेत्र के देवी देवताओं ने एक दूसरे से भाव-भिभोर होकर पारंपरिक देव नृत्य करते हुए मिलाप किया तो इस अवसर पर मेले में मौजूद बुजुर्ग महिलाओं और ध्याणियों की आंखें छलछला आई। मेलों में कौथिगैरों ने पांडाल में सजी दुकानों से जमकर खरीददारी भी की।इस दौरान पंती कौथीक में श्रद्धालुओं के लिए बीर पत्तल की ओर से जलपान की व्यवस्था की गई थी।
बैसाखी कौथीकों की शृंखलाओं में मंगलवार को मींग गांव में मींगेश्वर महादेव कौथीक,कौब गांव में कौबेश्वर महादेव मेला और माल-ज्यूडा गांव में मालेश्वर महादेव कौथीक का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह बुधवार को खैनोली गांव में नारायण भगवान का मेला और बृहस्पतिवार को असेड गांव में महामृत्युंजय महादेव असेड कौथीक होगा जबकि पांचवें दिन शुक्रवार को थराली के माल-बज्वाड़ और हंसकोटी गांव में मलियाल कौथीक का आयोजन किया जाएगा ।
इसी दिन कौब गांव में लाटू देवता कौथीक का भी आयोजन किया जाएगा और ठीक आने वाले पूर्णमासी के दिन कुलसारी के मेटा-भटियाणा-आलकोट गांव में बैसाखी कौथीकों की शृंखलाओं का अंतिम मेला “कुंवारी कौथीक” आयोजित होगा।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा